नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है जोकि लोगों को ऑनलाइन गेमिंग के जरिए ठगने का काम करता था. इस रैकेट को ‘फन राउलेते गेम’ नाम से चलाया जा रहा था.
पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि सुल्तानपुरी इलाके में इसका संचालन किया जा रहा है. इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग के जरिए सट्टाबाजी कराने वाले मास्टरमाइंड समेत 19 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान 14 कंप्यूटर, 2 वाईफ़ाई मोडेम, एक डेल लैपटॉप और 15,000 रुपए की नकद राशि भी बरामद की है.
डीसीपी क्राइम ब्रांच विचित्र वीर के मुताबिक एनआर-I, क्राइम ब्रांच की एक टीम एसीपी अनिल शर्मा के समग्र पर्यवेक्षण और इंस्पेक्टर अजय कुमारी की अगुआई में गठित की गई जिसमें एसआई मनीष कुमार, एएसआई अशोक, एएसआई किरोड़ी मल, एएसआई बालकिशन, एएसआई मनोज, एएसआई रमेश राणा, हेड कांस्टेबल कपिल, राजवीर, नितिन, राज आर्यन और करमजीत को शामिल किया गया.
इस टीम ने प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर मकान नंबर बी-75, अमन विहार, सुल्तानपुरी दिल्ली में छापेमारी की और ‘फन राउलेते गेम’ नाम से चल रहे ऑनलाइन जुआ गिरोह का भंडाफोड़ किया. यहां पर मास्टरमाइंड विष्णु सहित ऑनलाइन ‘फन राउलेते गेम’ खेल रहे 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस दौरान 14 कंप्यूटर, 2 वाईफ़ाई मोडेम, एक डेल लैपटॉप और 15,000 रुपए की नकद राशि भी बरामद की है.
पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी विष्णु पुत्र रामबाबू लाल निवासी मकान नं. पी-4/822, झुग्गी सुल्तानपुरी दिल्ली उम्र 45 वर्ष ने खुलासा किया कि वह शादीशुदा है और वर्ष 2000 से अपने परिवार के साथ इस पते पर रहता है. उसके पिता अपने पैतृक गांव हाथरस यूपी में रहते हैं. साल 1992 में 8वीं पास की थी. वह एक गैस एजेंसी में काम कर रहे थे लेकिन नौकरी छोड़ दी.
उसके बाद वह पिंटू के संपर्क में आया और बुरी संगत में पड़ गया और परिणामस्वरूप उसका मन आपराधिक गतिविधियों में बदल गया. आरोपी विष्णु पुत्र रामबाबू लाल अपने सहयोगी/प्रबंधक गौरव की मदद से बी-75 अमन विहार, सुल्तानपुरी दिल्ली में ऑनलाइन गेम फन रूले गेम संचालित करता था. यह जगह उसने किराए पर ली हुई थी. पिंटू गेम के लिए आईडी और पासवर्ड देता था. हारे हुए दांव पर विष्णु को 5 से 18 प्रतिशत का कमीशन मिल रहा था.
