नई दिल्ली. दिल्ली के संगम विहार इलाके में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक नाबालिग बच्ची को गोली मारने की वारदात के बाद अब राजधानी की सियासत भी गर्माने लगी है. इसी को लेकर दिल्ली में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए गुरुवार को आम आदमी पार्टी के विधायकों ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए आप विधायकों को हिरासत में ले लिया है. इनमें आप नेता अमानतुल्लाह खान भी शामिल हैं.
गौरतलब है कि संगम विहार में 25 अगस्त को एक नाबालिग बच्ची को तीन बाइक सवार युवकों ने गोली मार दी थी. बाद में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, वहीं एक आरोपी को बाद में गिरफ्तार किया गया था. मोटरसाइकिल सवार युवक कई दिनों से युवती को परेशान भी कर रहे थे. इसी घटना को मुद्दा बना कर आप विधायक दिल्ली में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं.
आयोग ने भी भेजा था नोटिस
दिल्ली महिला आयोग ने मामले के मीडिया में आने पर स्वतः संज्ञान लिया था. रिपोर्ट के अनुसार लड़की को उसके पीछा करने वाले ने 25 अगस्त को उस समय गोली मार दी थी जब वह अपने स्कूल से घर लौट रही थी. लड़की के पिता का आरोप है कि एक लड़का पिछले कुछ महीनों से उनकी बेटी का पीछा कर रहा था और इस संबंध में दिल्ली पुलिस के स्थानीय बीट कांस्टेबल से शिकायत भी की गई थी, लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई थी.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को मामले में नोटिस जारी कर कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी थी. आयोग ने एफआईआर की कॉपी और मामले में गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी मांगी थी. आयोग ने दिल्ली पुलिस को पीड़िता अथवा उसके परिवार से लड़के द्वारा लड़की का पीछा करने के संबंध में प्राप्त किसी भी मौखिक या लिखित शिकायत के साथ-साथ उस शिकायत पर की गई कार्रवाई की जानकारी भी मांगी थी. आयोग ने दिल्ली पुलिस से 30 अगस्त तक सूचना उपलब्ध करवाने को कहा था.
