चंडीगढ़. पंजाब सरकार द्वारा जिला पटियाला के चार और क्षेत्रों को अफ्रीकन स्वाइन फीवर से प्रभावित जोन घोषित किया गया है. जिले के गांव रवास ब्राह्मणां, गंगरोला, बाबू सिंह कॉलोनी अबलोवाल और बाबा जीवन सिंह बस्ती पासी रोड पटियाला बीमारी के केंद्र के तौर पर नोटिफाई किए गए हैं. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर) राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल ने इन स्थानों से सूअरों के सैंपलों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि की है, जिसके बाद पशुपालन विभाग ने तुरंत कार्यवाही करते हुए बीमारी के इन केंद्रों से 0 से 1 किलोमीटर तक के क्षेत्र को ‘संक्रमित ज़ोन’ और 1 से 10 किलोमीटर (9 किलोमीटर) तक क्षेत्र को ‘निगरानी ज़ोन’ घोषित किया है.
पशुपालन, मछली पालन और डेयरी विकास मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि अफ्रीकन स्वाइन फीवर के नियंत्रण और खात्मे के लिए राष्ट्रीय कार्य-योजना (जून 2020) के मुताबिक इन क्षेत्रों में कोई भी जिन्दा या मरा हुआ सूअर (जंगली सूअरों समेत), नॉन-प्रोसेस्ड सूअर का मीट, सूअर पालन फार्म या बैकयार्ड सूअर पालन से कोई भी फीड या सामान इन्फेक्टेड ज़ोन से बाहर नहीं ले जाया जाएगा, ना ही ज़ोन में लाया जाएगा. कोई भी व्यक्ति सूचीबद्ध बीमारी से संक्रमित किसी भी सूअर या सूअर उत्पाद को मार्केट में नहीं लाएगा और ना ही लाने की कोशिश करेगा.
कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने लोगों से अपील की कि यह बीमारी पशुओं से मनुष्यों में नहीं फैलती. इसलिए घबराने की ज़रूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि यह बहुत घातक बीमारी है जिससे सावधानियां अपनाकर ही बचाव किया जा सकता है. सूअर पालकों को बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार को सहयोग करने की अपील करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सूअर पालक दूसरे फार्मों और दूसरे स्थानों पर या जिलों में ना जाएं और सूअरों के लिए खुराक अपने फार्म पर ही तैयार करें. इसके अलावा सूअर व्यापारियों एवं कारोबारियों और उनके वाहनों को भी अपने फार्मों पर आने से सख़्ती से रोका जाए.
