दिल्ली ब्यूरो : भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि पाकिस्तान द्वारा उत्तर और पश्चिम भारत में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया है। साथ ही, जवाबी कार्रवाई में भारतीय बलों ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और अन्य सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमले किए हैं, जिनमें लाहौर भी शामिल है।
भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान द्वारा की गई सैन्य उकसावे की कार्रवाई का सटीक और संतुलित जवाब दिया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि भारत की प्रतिक्रिया “फोकस्ड, मापी गई और गैर-उत्तेजक” रही, और पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को टारगेट नहीं किया गया था।
7-8 मई की रात पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों—जैसे अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई और भुज—पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने का प्रयास किया। भारतीय सेना की इंटीग्रेटेड काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को सफलतापूर्वक विफल किया। हमलों का मलबा कई जगहों से बरामद किया गया है, जिससे पाकिस्तानी हमले की पुष्टि होती है।
भारतीय सशस्त्र बलों ने आज सुबह जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कई ठिकानों पर मौजूद एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को निशाना बनाया। इस प्रतिक्रिया में भारत ने उसी क्षेत्र और तीव्रता में जवाब दिया, जैसा पाकिस्तान ने किया था। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, लाहौर में पाकिस्तान का एक एयर डिफेंस सिस्टम सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया गया है।
सरकार ने दोहराया है कि भारत किसी भी सैन्य हमले का निर्णायक और उपयुक्त जवाब देने में सक्षम है और शांति भंग करने वाली किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह घटनाक्रम भारत-पाक संबंधों में एक नए तनावपूर्ण मोड़ की ओर इशारा करता है। सरकार ने कहा कि सभी भारतीय ठिकाने सुरक्षित हैं और किसी बड़े नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
एलओसी पर गोलाबारी, 16 नागरिकों की मौत
इसके अलावा, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी तोपों से अकारण गोलीबारी बढ़ा दी है। इस गोलीबारी में 16 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई है, जिनमें तीन महिलाएं और पाँच बच्चे शामिल हैं। भारत को पाकिस्तानी गोलाबारी को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा।
भारतीय सशस्त्र बलों ने दोहराया है कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन यदि पाकिस्तान की सेना उकसावे की कार्रवाई करती है, तो भारत मूकदर्शक नहीं रहेगा।