दिल्ली : आधी रात को जब पूरा पाकिस्तान नींद में था, तब भारत की सेना पहलगाम हमले के इंतकाम के लिए पूरी कमर कस चुकी थी. अचानक से पाक अधिकृत कश्मीर में अफरा-तफरी मच गई थी. जी हां… भारत का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू हो चुका था.भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकवादी हमले का बदला ले लिया है. आधी रात के बाद, जब आतंकवादी चैन की नींद सो रहे थे, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया. जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए.
भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस ऑपरेशन में 70 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है। यह कार्रवाई रात 1:44 बजे शुरू हुई, जब पूरा पाकिस्तान नींद में था, और पीओके में अचानक अफरा-तफरी मच गई।
रक्षा मंत्रालय ने सुबह 2 बजे जारी बयान में कहा, “भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया, जहां से भारत के खिलाफ हमलों की साजिश रची जा रही थी।” कुल नौ ठिकानों पर हमले किए गए, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा के तीन और जैश-ए-मोहम्मद के चार लॉन्च पैड शामिल हैं।
सेना ने आतंक के इन ठिकानों पर स्ट्राइक की.
इसमें पाकिस्तान के-
- बहावलपुर
- मुजफ्फराबाद
- कोटली
- बाघ
- मुरीदके
- गुलपुर
- महमूना
- जोया
- बिंबर
भारत ने स्पष्ट किया कि हमले “सटीक, संयमित और गैर-वृद्धिपूर्ण” थे, और पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया। रक्षा मंत्रालय ने कहा, “यह कार्रवाई पहलगाम में 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की हत्या के जवाब में की गई। हम अपने वादे पर कायम हैं कि दोषियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।”
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और तनाव
हमले से बौखलाए पाकिस्तान ने इसे “कायराना हमला” करार दिया। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने दावा किया कि हमलों में 8 लोग मारे गए, जिनमें एक 16 वर्षीय लड़की शामिल है। पाकिस्तान ने “समय और स्थान अपनी मर्जी से चुनकर” जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत के साथ हवाई क्षेत्र और व्यापार बंद कर दिया।
भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू एवं कश्मीर (पीओजेके) में 9 आतंकवादी शिविरों पर सटीक हमले करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करने के बाद बुधवार तड़के जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारी गोलाबारी हो रही है.
पहलगाम हमले का संदर्भ
22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरण वैली में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट ने हमला किया था, जिसमें 26 लोग, ज्यादातर हिंदू पर्यटक, मारे गए थे। हमले ने पूरे देश में आक्रोश पैदा किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि दोषियों को “पाताल से भी ढूंढकर सजा दी जाएगी।”
ड्रिल की तैयारी
जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों ने “भारतीय सेना जिंदाबाद” और “भारत माता की जय” के नारे लगाए। आज देशभर के 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल भी हो रही है, जिसमें हवाई हमले की चेतावनी सायरन, ब्लैकआउट और निकासी का अभ्यास शामिल है। यह 1971 के बाद पहला ऐसा व्यापक अभ्यास है।
क्या करें, क्या न करें
क्या करें: सायरन सुनते ही शांत रहें, बंकर या सुरक्षित स्थान पर जाएं। सरकारी अलर्ट सुनें। पानी, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा किट और जरूरी दस्तावेज तैयार रखें।
क्या न करें: घबराएं नहीं। अफवाहों पर ध्यान न दें। संदिग्ध वस्तुओं को न छुएं।
रक्षा मंत्रालय आज बाद में विस्तृत ब्रीफिंग देगा।