चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा के बीच पानी विवाद ने अब और उग्र रूप ले लिया है। ताजा घटनाक्रम में बुधवार को नंगल डैम पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया और डैम को चारों तरफ से घेर लिया गया। इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस मौके पर पहुंचे और डैम पर धरना शुरू कर दिया। उनके साथ कई अन्य मंत्री भी मौजूद रहे।
क्या कहा मंत्री हरजोत बैंस ने?
धरना देते हुए हरजोत बैंस ने दो टूक कहा, “पंजाब के पानी की एक भी बूंद हरियाणा को नहीं देंगे।” उन्होंने हरियाणा को स्पष्ट संदेश दिया कि पानी को लेकर पंजाब सरकार किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी।
सीएम भगवंत मान का कड़ा रुख
सीएम भगवंत मान ने कहा, “पंजाब ही फाइनल फैसला करेगा। हमारे पास डैम में पानी की कमी है और धान का सीजन चल रहा है। हमें एक-एक बूंद का हिसाब रखना पड़ रहा है। हरियाणा 21 मई के बाद पानी ले सकता है, अभी नहीं।”
उन्होंने BBMB (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) पर भी हमला बोलते हुए इसे “गुंडागर्दी” करार दिया और कहा कि आज शाम को सर्वदलीय बैठकबुलाई जाएगी। जरूरत पड़ी तो विधानसभा सत्र भी बुलाया जाएगा। भगवंत मान ने बीजेपी और पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर, जो खुद को पानी का रक्षक कहते थे, अब नजर नहीं आ रहे।
हरियाणा के CM सैनी को जवाब
भगवंत मान ने हरियाणा के सीएम नायब सैनी के बयान का जवाब देते हुए कहा, “अगर अपने राज्य के हित में खड़ा होना राजनीति है, तो मैं राजनीति करूंगा।” उन्होंने इस विवाद को लुधियाना चुनाव से जोड़ने की बात को भी नकार दिया।
पंजाब में नशा विरोधी अभियान पर फोकस
मान ने कहा कि उनकी सरकार पंजाब में नशा खत्म करने के लिए पूरी ताकत से जुटी है और तस्करों के घरों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं।
विवाद का असर
इस विवाद ने दोनों राज्यों के रिश्तों में फिर से तल्खी ला दी है। किसान संगठनों और राजनीतिक दलों की नजर अब आगे की रणनीति पर टिकी हुई है।