दिल्ली में सराय काले खां और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। पिछले दो साल से निर्माणाधीन 280 मीटर लंबा फुट ओवरब्रिज (FOB) 23 अप्रैल 2025 को पूरा हो गया है। इस ब्रिज के बनने से न केवल यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि सराय काले खां क्षेत्र में पिछले दो साल से लगने वाले जाम से भी राहत मिलेगी। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) ने सड़क से बैरिकेडिंग हटाकर इसे पूरी तरह जनता के लिए खोल दिया है। अब यात्री सराय काले खां नमो भारत RRTS स्टेशन और निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बीच बिना रुकावट यात्रा कर सकेंगे।
दो साल बाद खुला रास्ता
दिल्ली में यातायात को सुगम बनाने के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिनमें से एक यह फुट ओवरब्रिज भी है। दो साल तक निर्माण के कारण सड़क पर बैरिकेडिंग होने से हजारों यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। अब इस ब्रिज के चालू होने से यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक पैदल रास्ता मिलेगा। सड़क की सतह को नए टार ब्लैकटॉप से अपग्रेड किया गया है, जो सड़क की टिकाऊपन को बढ़ाएगा। इस पहल से सराय काले खां क्षेत्र में जाम की समस्या कम होने और यातायात की सुरक्षा में सुधार की उम्मीद है।
6 ट्रैवेलेटर्स से सुगम होगी यात्रा
इस 280 मीटर लंबे फुट ओवरब्रिज में 6 ट्रैवेलेटर्स (मूविंग वॉकवे) लगाए गए हैं, जो प्रति घंटे 12,000 यात्रियों को सुविधा प्रदान कर सकते हैं। ये ट्रैवेलेटर्स बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं, दिव्यांगों और भारी सामान ले जाने वाले यात्रियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होंगे। इसके अलावा, ट्रैवेलेटर्स के समानांतर 3 मीटर चौड़ा पैदल रास्ता भी बनाया गया है, ताकि पैदल चलने वाले यात्रियों को भी कोई असुविधा न हो। यह ब्रिज सराय काले खां RRTS स्टेशन और निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के अनपेड एरिया को जोड़ता है, जिससे यात्रियों को स्टेशन बदलने में आसानी होगी।
नोएडा-गाजियाबाद के यात्रियों को फायदा
इस फुट ओवरब्रिज के शुरू होने से नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली के दक्षिण-पूर्व, दक्षिण और मध्य इलाकों में यात्रा करने वाले दैनिक यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। सराय काले खां नमो भारत स्टेशन और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बीच लगभग 300 मीटर की दूरी को सुरक्षित और तेजी से तय करने के लिए यह ब्रिज बनाया गया है। यह ब्रिज दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन, वीर हकीकत राय ISBT और रिंग रोड से भी कनेक्टिविटी प्रदान करता है, जिससे मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में सराय काले खां की अहमियत बढ़ेगी।
RRTS स्टेशन का अपडेट
NCRTC के अनुसार, सराय काले खां RRTS स्टेशन का निर्माण तेजी से चल रहा है। स्टेशन की छत और फिनिशिंग का काम अभी जारी है। स्टेशन में 12 एस्केलेटर और 4 लिफ्ट लगाए गए हैं, जो कॉनकोर्स को प्लेटफॉर्म स्तर से जोड़ते हैं और संचालन के लिए पूरी तरह तैयार हैं। प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स भी लगाए गए हैं, और पांच प्रवेश-निकास संरचनाओं का फिनिशिंग कार्य प्रगति पर है। यह स्टेशन दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-पानीपत और दिल्ली-SNB-अलवर RRTS कॉरिडोर का कन्वर्जिंग पॉइंट होगा, जिससे यह क्षेत्र का सबसे बड़ा ट्रांसपोर्ट हब बनेगा।
मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी का केंद्र
सराय काले खां RRTS स्टेशन को मल्टी-मोडल इंटीग्रेशन के लिए डिजाइन किया गया है। यह स्टेशन दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, वीर हकीकत राय ISBT और रिंग रोड से सीधे जुड़ा है। इसके अलावा, स्टेशन के नीचे 40 से अधिक वाहनों के लिए डेडिकेटेड ड्रॉप-ऑफ जोन बनाया जा रहा है। 82 किलोमीटर लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर जून 2025 तक पूरी तरह चालू होने की उम्मीद है, जो दिल्ली से मेरठ तक की यात्रा को 40-55 मिनट में पूरा करेगा।
यात्रियों के लिए लाभ
इस फुट ओवरब्रिज के चालू होने से यात्रियों को निम्नलिखित लाभ होंगे:
- सराय काले खां और निजामुद्दीन स्टेशन के बीच तेज और सुरक्षित पैदल यात्रा
- जाम और भीड़ से राहत
- बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगों के लिए सुगम यात्रा अनुभव
- मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में बेहतर कनेक्टिविटी
- दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के बीच सुविधाजनक आवागमन
यह फुट ओवरब्रिज दिल्ली के यातायात और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अगर आप सराय काले खां या निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से यात्रा करते हैं, तो अब आपका सफर और आसान होने वाला है।