दिल्ली : दक्षिण दिल्ली के अलकनंदा मार्केट और ग्रेटर कैलाश-1 (जीके-1) के आर ब्लॉक रेड लाइट क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने और जलभराव की समस्या से निपटने के लिए व्यापक अभियान चलाया गया। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई का उद्देश्य फुटपाथों को अतिक्रमण मुक्त करना, ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारना, और जलनिकासी की व्यवस्था को बेहतर करना था। इस कार्रवाई के दौरान ग्रेटर कैलाश विधानसभा की विधायक शिखा राय भी मौजूद रहीं.
अलकनंदा मार्केट में कार्रवाई
अलकनंदा मार्केट में फुटपाथों और सड़कों पर रेहड़ी-पटड़ी वालों और अवैध दुकानों के अतिक्रमण को हटाया गया। इसके साथ ही, बाजार में जलभराव के प्रमुख स्थानों का निरीक्षण किया गया। स्थानीय दुकानदारों और निवासियों की शिकायतों को सुनते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि नालियों से अतिक्रमण हटाकर जलनिकासी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एक निवासी, अनिता मेहरा, ने कहा, “बारिश में जलभराव के कारण बाजार में खरीदारी करना मुश्किल हो जाता था। यह कदम राहत देगा।”
ग्रेटर कैलाश-1 में अभियान
जीके-1 के आर ब्लॉक रेड लाइट क्षेत्र में भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सफल रही। इस व्यस्त क्षेत्र में फुटपाथों पर अवैध कब्जे और दुकानों ने पैदल यात्रियों और यातायात के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी। अभियान के दौरान सड़कों को खाली कराया गया और दुकानदारों को दोबारा अतिक्रमण न करने की चेतावनी दी गई। स्थानीय निवासी अमित गुप्ता ने बताया, “यह कार्रवाई ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने में मदद करेगी।”
प्रशासन के प्रयास और भविष्य की योजना
एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों और दिल्ली सरकार की नीतियों के तहत चलाया गया। जलभराव की समस्या से निपटने के लिए अलकनंदा में नालियों की सफाई और मरम्मत का काम जल्द शुरू होगा। साथ ही, रेहड़ी-पटड़ी वालों के लिए वैकल्पिक हॉकर जोन स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है ताकि उनकी आजीविका प्रभावित न हो। जीके-1 में नियमित गश्त बढ़ाकर दोबारा अतिक्रमण रोकने की योजना है।
स्थानीय महत्व और अपेक्षाएं
अलकनंदा और जीके-1 दक्षिण दिल्ली के प्रमुख और व्यस्त क्षेत्र हैं, जहां अतिक्रमण और जलभराव की समस्याएं लंबे समय से चली आ रही हैं। निवासियों ने इस अभियान का स्वागत किया है, लेकिन मांग की है कि प्रशासन दीर्घकालिक उपाय करे। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित निगरानी और वैकल्पिक व्यवस्थाएं ही इन समस्याओं का स्थायी समाधान दे सकती हैं।
इस अभियान से दोनों क्षेत्रों में स्वच्छता, ट्रैफिक व्यवस्था, और सार्वजनिक सुविधाओं में सुधार की उम्मीद है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस तरह की कार्रवाइयां अन्य क्षेत्रों में भी जारी रहेंगी।