दिल्ली : दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अवैध और जानलेवा चाइनीज़ मांझे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने उत्तम नगर और दरियागंज इलाकों से दो तस्करों को गिरफ्तार किया। इस ऑपरेशन में पुलिस ने खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर तस्करों के ठिकानों पर छापेमारी कर 1170 रीलें अवैध मांझे को बरामद किया। यह कार्रवाई दिल्ली में चाइनीज़ मांझे के बढ़ते इस्तेमाल और इसके कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए की गई है।
कार्रवाई का विवरण
पुलिस ने बताया कि पहला ऑपरेशन उत्तम नगर के जीवन पार्क इलाके में चलाया गया, जहाँ एक गोदाम से बड़ी मात्रा में अवैध चाइनीज़ मांझा बरामद हुआ। गोदाम मालिक राजू को गिरफ्तार किया गया। दूसरी कार्रवाई दरियागंज के कमला मार्केट क्षेत्र में हुई, जहाँ तस्कर अरीब खान को पकड़ा गया। अरीब खान स्थानीय दुकानदारों को यह मांझा सप्लाई कर रहा था। दोनों मामलों में कुल 1170 रीलें मांझे को जब्त किया गया है।
कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए हैं। डीसीपी क्राइम ब्रांच विक्रम सिंह ने कहा, “चाइनीज़ मांझा दिल्ली में पूरी तरह प्रतिबंधित है। यह मानव जीवन और पक्षियों के लिए खतरनाक है। हमारी टीमें लगातार इसकी तस्करी पर नजर रख रही हैं, और आगे भी ऐसी कार्रवाइयाँ जारी रहेंगी।”
चाइनीज़ मांझे का खतरा
चाइनीज़ मांझा, जो नायलॉन और ग्लास कोटिंग से बना होता है, कई बार मोटरसाइकिल सवारों और पैदल यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हुआ है। पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली में इसकी वजह से कई हादसे हो चुके हैं, जिसमें लोगों की मौत और गंभीर चोटें शामिल हैं। 2017 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने इसे प्रतिबंधित कर दिया था, लेकिन इसके अवैध व्यापार पर लगाम लगाना चुनौती बना हुआ है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
X पर लोगों ने इस कार्रवाई की सराहना की है। एक यूजर ने लिखा, “दिल्ली पुलिस का यह कदम सराहनीय है। चाइनीज़ मांझे से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना जरूरी है।” कई लोगों ने सरकार से मांझे के अवैध व्यापार पर सख्ती बरतने की मांग की है।
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई से चाइनीज़ मांझे के अवैध कारोबार को झटका लगा है। पुलिस का कहना है कि वे इस नेटवर्क के पीछे के बड़े तस्करों तक पहुँचने के लिए जांच जारी रखेंगे। यह अभियान लोगों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।