लैंसडाउन : भारतीय सेना की शौर्यपूर्ण परंपराओं के बीच एक गरिमामय समारोह में अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल दिनेश सिंह राणा ने गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट के 23वें कर्नल ऑफ द रेजीमेंट का पदभार संभाल लिया है। वे इस पद पर सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि का स्थान ले रहे हैं।
लैंसडाउन में सैन्य सम्मान के साथ हुआ बैटन हैंडओवर समारोह
यह ऐतिहासिक समारोह उत्तराखंड के लैंसडाउन स्थित गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर में आयोजित किया गया, जहाँ पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ बैटन हैंडओवर की प्रक्रिया सम्पन्न हुई। समारोह में रेजीमेंट की वीरता, परंपरा और अनुशासन की गौरवशाली विरासत को सम्मानपूर्वक याद किया गया।
गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट, भारतीय सेना की एक प्रतिष्ठित पैदल सेना रेजीमेंट है, जिसमें 27 बटालियन, जिनमें एक स्काउट बटालियन भी शामिल है, कार्यरत हैं।
पूर्व कर्नल की प्रशंसा और नई जिम्मेदारी
लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने अपने कार्यकाल में उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान किया और रेजीमेंट की एकजुटता, सैन्य अनुशासन और भाईचारे की भावना को और मजबूत किया। अब यह जिम्मेदारी लेफ्टिनेंट जनरल डीएस राणा के कंधों पर है, जो एक अनुभवी सैन्य अधिकारी और सजग रणनीतिकार माने जाते हैं।
वार मेमोरियल पर श्रद्धांजलि और गार्ड ऑफ ऑनर
समारोह के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल डीएस राणा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर रेजीमेंट के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि वे गढ़वाल राइफल्स की वीरता, अनुशासन और समर्पण की परंपरा को और आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
गढ़वालियों की गौरवगाथा को नई ऊंचाई
गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट भारतीय सेना की उन रेजीमेंट्स में से एक है जो देश की रक्षा में हर मोर्चे पर सदैव तत्पर रही है। लेफ्टिनेंट जनरल राणा का यह कार्यभार संभालना रेजीमेंट के लिए नए उत्साह और नेतृत्व का संकेत है।
इस गरिमामय समारोह ने न सिर्फ गढ़वाल राइफल्स की गौरवशाली परंपराओं को सजीव किया, बल्कि एक बार फिर यह संदेश दिया कि देश की सेवा में ‘वीर गढ़वाली’ सदैव अग्रिम पंक्ति में हैं।