गुड़गांव : गुड़गांव के ISKCON मंदिर, सेक्टर 45 द्वारा आयोजित भव्य रथ यात्रा में शनिवार को शहर भर से 25,000 से अधिक भक्त एकत्र हुए। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के दर्शन के लिए सुबह 11 बजे मंदिर परिसर में भक्तों ने हर्ष, श्रद्धा और भक्ति भाव से उनका स्वागत किया। यह वार्षिक उत्सव भक्ति और सांस्कृतिक समृद्धि का संगम बना।
यात्रा का भव्य आयोजन
रथ यात्रा की शुरुआत ISKCON सेक्टर 45 मंदिर से हुई, जहाँ तीनों दैवीय देवताओं को भव्य रूप से सजाए गए लोहे के रथों पर विराजमान किया गया। रथों को ताजे फूलों, हरे पत्तों और जीवंत रिबन से सजाया गया था, जो दृश्य को मनमोहक बनाते थे। हजारों भक्तों ने साइबर पार्क, सेक्टर 40 मार्केट, झाड़सा रोड, सेक्टर 15 मेन रोड, मोर चौक, गुरुद्वारा रोड, सोहना चौक, सदर बाजार, अग्रसेन चौक और श्यामा रेस्टोरेंट जैसे प्रमुख मार्गों से रथ को खींचा। यात्रा का समापन कंपनी बाग में हुआ, जहाँ भक्तों ने आनंदमय कीर्तन और नृत्य के साथ उत्सव को और समृद्ध किया।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आकर्षण
मंदिर प्रभारी अच्युत हरि दास ने इस आयोजन के लिए सभी भक्तों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हम उन सभी के आभारी हैं जिन्होंने शांतिपूर्वक इस आध्यात्मिक उत्सव में भाग लिया। कीर्तन, नृत्य और भक्ति भावों से माहौल उत्साहपूर्ण था।” कार्यक्रम में नृत्य नाटिका और ऊर्जावान मृदंग प्रदर्शन जैसे सांस्कृतिक आयोजन भी शामिल थे। बच्चों की शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। एक खास पल तब आया जब देवताओं को सैकड़ों भोग व्यंजन अर्पित किए गए, जिन्हें क्रेन की मदद से रथ तक पहुँचाया गया।
भक्तों की भावनाएँ
एक वरिष्ठ भक्त ने साझा किया, “यह भगवान की करुणा का साकार रूप है। जगन्नाथ सभी को अपने दर्शन देने के लिए मंदिर की सीमाओं को पार करते हैं और रथ यात्रा के दौरान लोगों के दिलों में प्रवेश करते हैं।” इस भावना ने भक्तों में गहरी आस्था और उत्साह को बढ़ाया।
सुरक्षा और समन्वय
यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे भक्तों को कोई परेशानी न हो। स्थानीय प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने मिलकर इस भव्य आयोजन को सुचारू रूप से संपन्न कराया।
ISKCON सेक्टर 45 की रथ यात्रा न केवल धार्मिक उत्सव रही, बल्कि गुड़गांव की सांस्कृतिक एकता को भी दर्शाती है। 25,000 भक्तों की भागीदारी ने इस आयोजन को यादगार बना दिया, और भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।