दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर अपने विदेशी दौरे के दौरान दिए गए बयानों को लेकर चर्चा में आ गए हैं। बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए दावा किया कि दुनियाभर में अब उनका मजाक उड़ाया जा रहा है। हालांकि, इंडिया टीवी ने इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह वीडियो दो सप्ताह पुराना है, जब राहुल गांधी अमेरिका में ब्राउन यूनिवर्सिटी के वाटसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स में संवाद के लिए गए थे।
वीडियो में एक युवा सिख राहुल गांधी से तीखे सवाल करता नजर आता है। उसने पूछा,
“आप सिखों में यह डर क्यों पैदा कर रहे हैं कि भाजपा कैसी दिखेगी? आपने कहा कि राजनीति में डर नहीं होना चाहिए। हम केवल कड़ा या पगड़ी नहीं पहनना चाहते, हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता चाहिए, जो कांग्रेस के शासन में नहीं थी।”
कांग्रेस पर गंभीर आरोप
सिख युवक ने आनंदपुर साहिब प्रस्ताव का हवाला देते हुए कहा कि उसमें दलित अधिकारों की बात की गई थी, लेकिन कांग्रेस ने उसे अलगाववादी दस्तावेज करार दिया। उसने पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार का जिक्र करते हुए कहा, “कांग्रेस में आज भी कई सज्जन कुमार बैठे हैं।” युवक ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी अपने किए पर शर्मिंदा नहीं होती और गलतियों को स्वीकार करने में परिपक्वता की कमी है।
“अगर ऐसे ही चलता रहा तो भाजपा पंजाब में जगह बना लेगी”
सिख युवक ने राहुल गांधी से कहा,
“आप हमें डराने की कोशिश करते हैं कि भाजपा का भारत कैसा होगा, लेकिन आपने सिखों के साथ मेल-मिलाप की कोशिश नहीं की। अगर आपने यही रुख जारी रखा, तो भाजपा पंजाब में भी मजबूत हो जाएगी।”
राहुल गांधी का जवाब
राहुल गांधी ने संयमित लहजे में जवाब देते हुए कहा,
“मैं नहीं मानता कि सिख समुदाय को किसी बात से डर लगता है। मैंने कहा था कि हमें ऐसा भारत नहीं चाहिए जहां कोई अपने धर्म को व्यक्त करने से असहज महसूस करे। कांग्रेस की कई गलतियां मेरे समय से पहले की हैं, लेकिन मैं उनमें जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे कई बार स्वर्ण मंदिर जा चुके हैं और सिख समुदाय से उनके अच्छे संबंध हैं।
भाजपा का हमला
अमित मालवीय ने वीडियो शेयर करते हुए राहुल गांधी पर तंज कसा और लिखा, “यह बिल्कुल अभूतपूर्व है कि अब राहुल गांधी का मजाक सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में उड़ाया जा रहा है।” मालवीय ने यह भी कहा कि सिख युवक ने उन्हें उनकी पिछली अमेरिका यात्रा के दौरान किए गए “निराधार भय-प्रचार” की याद दिला दी।
1984 की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि 1980 के दशक में इंदिरा गांधी सरकार ने पंजाब में अलगाववादी आंदोलन को दबाने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया था। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में छिपे चरमपंथी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले को भारतीय सेना ने मार गिराया था। इस अभियान में अकाल तख्त को नुकसान पहुंचा, जिससे सिख समुदाय में भारी आक्रोश फैला। इसके कुछ महीने बाद इंदिरा गांधी की हत्या उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा कर दी गई। इसके बाद देशभर में सिख विरोधी दंगे भड़क उठे, जिनमें हजारों सिखों की जान गई। कांग्रेस नेताओं पर इन दंगों में शामिल होने और उकसाने के आरोप लगते रहे हैं। उस समय राजीव गांधी द्वारा दिया गया बयान, “जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है, तो धरती हिलती है”, आज भी कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करता है।