ग्रेटर नोएडा : बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (बिमटेक) ने अपने 37वें वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट लिमिटेड में किया। इस समारोह में 713 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई। भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने वर्चुअल माध्यम से मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया। बिमटेक की निदेशक डॉ. प्रवीणा राजीव, गवर्निंग बोर्ड की अध्यक्षा श्रीमती जयश्री मोहता, खैतान एंड कंपनी के सीनियर पार्टनर श्री नंद गोपाल खैतान और बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य श्री विकास कंदोई भी मौजूद रहे।
उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने अपने संबोधन में कहा कि भारत आज वैश्विक अवसरों का केंद्र बन चुका है। उन्होंने विद्यार्थियों से देशविरोधी ताकतों को निष्क्रिय करने और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने भारत की आर्थिक प्रगति पर जोर देते हुए कहा कि देश ‘फ्रैजाइल फाइव’ से निकलकर दुनिया की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है।
श्रीमती जयश्री मोहता ने कहा कि दीक्षांत समारोह सीखने और आत्म-परिवर्तन का उत्सव है। उन्होंने विद्यार्थियों से ईमानदारी और समावेशिता के मूल्यों को अपनाने को कहा। डॉ. प्रवीणा राजीव ने विद्यार्थियों को भू-राजनीतिक और तकनीकी बदलावों के लिए तैयार होने की बात कही और उन्हें समाज के लिए मूल्य निर्माण की प्रेरणा दी। श्री नंद गोपाल खैतान ने विद्यार्थियों से कठिन परिश्रम और विश्वसनीयता पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने व्यक्तित्व को मक्खी से तितली में बदलने की सलाह दी, जिसकी उपस्थिति लोग सराहें।
इस समारोह में पीजीडीएम, पीजीडीएम (रिटेल मैनेजमेंट), पीजीडीएम (इंश्योरेंस बिजनेस मैनेजमेंट), पीजीडीएम (इंटरनेशनल बिजनेस), पीजीडीएम-ऑनलाइन और फैलोशिप प्रोग्राम के 713 विद्यार्थियों को डिग्री दी गई। 18 छात्रों को शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए पदक और प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया।
बिमटेक, स्व. बसंत कुमार बिड़ला और सरला बिड़ला की प्रेरणा से संचालित, प्रबंधन शिक्षा में नवाचार का प्रतीक है। AACSB मान्यता प्राप्त इस संस्थान ने 9000 से अधिक पूर्व छात्रों का वैश्विक नेटवर्क बनाया है। इसके विशेषीकृत पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को वैश्विक नेतृत्व के लिए तैयार करते हैं।